22 अक्तूबर 2025 - 16:07
समझौते का अवसर था लेकिन अमेरिका के लालच ने गंवा दिया

“जब तक अमेरिकी सरकार अपनी अत्यधिक और अनुचित मांगें नहीं छोड़ती, हम बातचीत की मेज़ पर नहीं लौटेंगे। अगर अमेरिका बराबरी और सम्मान के साथ बातचीत के लिए तैयार हो और पारस्परिक हितों पर आधारित कोई समाधान खोजे, तभी कूटनीतिक रास्ता खुल सकता है

ईरान के विदेश मंत्री सय्यद अब्बास अराक़्ची ने कहा कि अमेरिका अब भी लालच नहीं छोड़ रहा, जब तक सम्मानजनक संवाद नहीं होगा, कोई बातचीत नहीं होगी।

 सय्यद अब्बास आराकची ने कहा कि अमेरिका की ओर से स्टीव विटकॉफ़ के माध्यम से अप्रत्यक्ष संपर्क जारी हैं, लेकिन ईरान का रुख बिल्कुल साफ़ है। इस्लामी गणराज्य ईरान शांति और कूटनीति का समर्थक है। हमने हमेशा यह दिखाया है कि हम कूटनीतिक और शांतिपूर्ण समाधान के प्रति प्रतिबद्ध हैं, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि हम अपने लोगों के अधिकारों से पीछे हटेंगे।

उन्होंने कहा कि जहाँ भी राष्ट्रीय हित और देश के सर्वोच्च हित कूटनीति के ज़रिए पूरे हो सकते हैं, ईरान पीछे नहीं हटेगा, लेकिन अमेरिका ने कई बार साबित किया है कि वह कूटनीति का सम्मान नहीं करता। पिछले अनुभव यही बताते हैं।

उन्होंने कहा कि इस साल भी पाँच दौर की अप्रत्यक्ष वार्ताओं के बाद अमेरिका ने इस्राईल के साथ मिलकर ईरान पर सैन्य हमला किया, जबकि न्यूयॉर्क में एक पारस्परिक और व्यावहारिक समझौते की संभावना थी, लेकिन “अमेरिकी पक्ष की ज़्यादतियों और लालच ने उसे नाकाम बना दिया। 

“जब तक अमेरिकी सरकार अपनी अत्यधिक और अनुचित मांगें नहीं छोड़ती, हम बातचीत की मेज़ पर नहीं लौटेंगे। अगर अमेरिका बराबरी और सम्मान के साथ बातचीत के लिए तैयार हो और पारस्परिक हितों पर आधारित कोई समाधान खोजे, तभी कूटनीतिक रास्ता खुल सकता है। लेकिन अगर वे फिर वही दबाव और धमकी की नीति अपनाएँगे, तो उन्हें कोई नतीजा नहीं मिलेगा।”

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